राष्ट्रीय लोड डिस्पैच सेंटर (एनएलडीसी) का गठन दिनांक २ मार्च, २००५ के ऊर्जा मंत्रालय (एमओपी), नई दिल्ली की अधिसूचना के आधार पर किया गया है, जो राष्ट्रीय ऊर्जा प्रणाली के एकीकृत संचालन को सुनिश्चित करने के लिए शीर्ष निकाय के तौर पर कार्यरत है।
एनएलडीसी के प्रमुख कार्य निम्नानुसार हैं:
- क्षेत्रीय लोड डिस्पैच केन्द्रों का पर्यवेक्षण करना;
- क्षेत्रीय लोड डिस्पैच केन्द्रों के साथ समन्वयन में केन्द्रीय आयोग द्वारा निर्दिष्ट ग्रिड कोड तथा प्राधिकरण द्वारा ग्रिड मानकों के अनुसार निर्दिष्ट अंतर-क्षेत्रीय सम्पर्क के संदर्भ में विद्युत के वितरण हेतु समय-सारणी का निर्धारण एवं प्रेषण करना;
- राष्ट्रीय ग्रिड के संचालन द्वारा अधिकतम मितव्ययिता एवं दक्षता को प्राप्त करने के लिए क्षेत्रीय लोड डिस्पैच केन्द्रों के साथ समन्वय करना;
- राष्ट्रीय ग्रिड के ग्रिड की सुरक्षा तथा संचालन की निगरानी करना;
- अपने नियंत्रण में विद्युत व्यवस्था की स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकतानुसार अंतर-क्षेत्रीय सम्पर्क का पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण करना;
- राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में ऊर्जा संसाधनों के इष्टतम उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय आउटेज कार्यक्रम हेतु क्षेत्रीय ऊर्जा समितियों के साथ समन्वय करना;
- अंतर-क्षेत्रीय स्तर पर ऊर्जा के विनिमय के लेखांकन के लिए क्षेत्रीय लोड डिस्पैच केन्द्रों के साथ समन्वय करना;
- क्षेत्रीय लोड डिस्पैच केन्द्रों के साथ राष्ट्रीय ग्रिड के तुल्यकालिक परिचालन के पुनर्नवीकरण हेतु समन्वय करना;
- अंतर-राष्ट्रीय स्तर पर ऊर्जा के विनिमय हेतु समन्वय करना;
- राष्ट्रीय ग्रिड योजना के निर्माण के लिए संबंधित प्राधिकरण तथा केंद्रीय प्रेषण उपयोगिता को परिचालन के संबंध में प्रतिक्रिया उपलब्ध कराना;
- उत्पादन कंपनियों से या लाइसेंसधारियों से विद्युत व्यवस्था के संदर्भ में केन्द्रीय आयोग द्वारा निर्दिष्ट लेवी तथा इस प्रकार के शुल्क एवं प्रभारों का संग्रह करना;
- केन्द्र सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए गए निर्देश या नियमों के अनुसार प्रेषण प्रणाली के संचालन से संबंधित जानकारी का प्रसार करना।